Tuesday, March 2, 2010

व्यवहार

सभी आदमी न्यायप्रिय नही होते
होते नही सब सत्यनिष्ठ
हर आदमी जानेगा यह
कभी कभी
मगर उसे यह भी जानना है
दुनिया मे हर बदमाश की तरह
होता है एक साधुचरित पुरसोत्तम भी
स्वार्थी राज्नितिज्य होते है दुनिया मे जैसे
होते है उसी तरह पूरी जिन्दगी निछावर करने वाले नेता भी
होते है घात मे बैठे दुश्मन अगर
तो मेहरबान मित्र भी होते है
मैं जानती हूँ
सभी बाते झटपट नहीं सीखते बनती
फिरभी हो सके तो मन मे बिठाओ
पसीना बहाकर कमाया हुआ एक पैसा भी
फ़ोकट मे मिले खजाने से ज्यादा मूल्यवान है
सीखे कैसे झेलते है हर और जीत की ख़ुशी मे सयम
सृष्टी की सनातन सुन्दरता महसूस कर पाए
देख पाए वह
चिरिया की उची उरान
सुनहली धुप मे मड्राते भौरे
और हरी भरी पहारी की ढलान पर
झूमते नन्हे नन्हे फुल
बेमानी से पाई सफलता से
हजार अच्छी है
असफलता
पक्का विश्वास रखे
भले ही सब लोग उसे गलत ठहराए
भलो के साथ भ्लाए बरते
और टेढो को सबक सिखाए
बन परे तो हँसते रहो हृदय का दुःख दबाकर पर
जो तुमाहरे लिए ही जिन्दा हो उसके सामने आसूं बहाते शर्माए नहीं
लेकिन कभी नहीं बेचे अपना ह्रदय और आत्मा






























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